Ujjain News: बीते शुक्रवार को देशभर में वीर बजरंगी हनुमान अष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के मनाया गया। लेकिन इसी बीच बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से प्रसाद बनाने को लेकर एक मामला सामने आया है। दरअसल शहर के मुख्य चौराहा तीन बत्ती समीप दक्षिण मुखी बलवीर हनुमान मंदिर पर हलवाई को लेकर पार्षद ने आपत्ति जताई। बात गंभीर तब हुई जब 37 से क्षेत्रीय पार्षद सुरेंद्र मेहर पर आरोप लगे की उसने प्रसाद बनाने वाले मुस्लिम हलवाई को प्रसाद बनाने से रोक दिया। यहीं नहीं उन्होंने पुजारी मनीष पेड़वा को भी धमकाया। पुजारी का कहना है की क्षेत्रीय पार्षद का धमकाया है कि मुस्लिम से प्रसाद मत बनवाओ वरना हिंदू संगठनों को लाकर बताता हूं।

पुजारी ने रखा अपना पक्ष!
पुजारी ने बताया कि मुस्लिम हलवाई बीते 08 सालों से हनुमान अष्टमी पर प्रसाद बना रहे हैं और मात्र 1500 रुपए लेते हैं। लेकिन एक हिंदू हलवाई डेढ़ कुंटल प्रसादी का 5000 ले रहे हैं। 1500 रुपए में सेवा देने वाले मुस्लिम हलवाई से हमें कोई आपत्ति नहीं है तो अब यह नया बखेड़ा खड़ा करने कुछ लोग सामने आ गए। हमें पुलिस सुरक्षा दी जाए, जिससे हमारा हनुमान अष्टमी का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ संपन्न हो।जैसे ही यह मामला क्षेत्रीय थाना नीलगंगा पुलिस के पास पहुंचा तो खुद एसएसपी ने भी मामले को संज्ञान में लिया और थाना प्रभारी को तत्काल इसको शांत करवाने के आदेश दिए। थाना प्रभारी तरुण कुरील ने बताया कि पुलिस ने दोनों पक्षों का बयान लिया और पूरे मामले में दोनों पक्षों को समझाइश देकर मामले को शांत करवाया।(Ujjain News)

Ujjain का है पूरा मामला!
पिछले 08 वर्षों से शहर के तोपखाना निवासी शहीद अहमद नागोरी मुस्लिम हलवाई शहर के तीन बत्ती चौराहा स्थित दक्षिण मुखी बलवीर हनुमान मंदिर पर हनुमान अष्टमी पर्व पर व अन्य पर्वों पर मुक्ति का प्रसाद बनाने का कार्य करते आ रहे हैं। शहीद अहमद नागोरी इस कार्य के 1500 रुपए बीते 08 सालों से इस महंगाई के दौर में ले रहे हैं। पार्षद ने कहा मेरा उद्देश्य किसी को चोट पहुंचाना नहीं है। मैं क्षेत्र का जिम्मेदार नागरिक होने के नाते पुजारी से बस यह कहने गया कि कल से कोई मुस्लिम हलवाई के प्रसाद बनाने को लेकर आपत्ति उठाएं, उससे पहले ही हमें किसी हिंदू हलवाई से प्रसादी बनवाना चाहिए। लेकिन पुजारी कांग्रेस मानसिकता के होने के चलते मुझ पर ही नाराज हो गए और आरोप लगाने लगे। पार्षद ने कहा कि आए दिन विशेष वर्ग के लोगों के वीडियो वायरल होते हैं। जिसमें वह सामग्री बनाने में कभी गंदे पानी का उपयोग करते हैं तो कभी थूक लगाकर और कभी उसमें थूक देते हैं।