
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर सबसे अलग तरीके से विरोध करने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी और मानवाधिकार कार्यकर्ता हर्ष मांदर कहा है की अगर यह बिल राज्यसभा में भी पास हुआ तो मैं खुद को आधिकारिक तौर पर मुस्लिम घोषित कर दूंगा.
उन्होंने कहा की जब बात एनआरसी की आएगी तो मैं अपना कोई भी डॉक्यूमेंट सरकार को नहीं दिखाऊंगा. उन्होंने आगे कहा की, “अंत में मैं उसी सजा की मांग करूंगा, जो किसी भी बिना दस्तावेज वाले मुस्लिम को डिटेंशन सेंटर में दी जाएगी और अपनी नागरिकता छोड़कर सविनय अवज्ञा में शामिल हो जाऊंगा.”
उन्होंने कहा अगर यह बिल पास होता है तो इसके बाद एनआरसी केवल मुस्लिमों पर लागू होगी. जिसका मतलब यह होगा की बीजेपी मुस्लिमों को देश से बाहर निकालना शुरू कर देगी.
हर्ष मांदर ने मीडिया से बातचीत करते हुए ब्यान दिया हैं की, “भाजपा की योजना है कि पहले वह CAB के जरिए गैर मुस्लिम समुदाय के लोगों का बचाव करेगी और इसके बाद एनआरसी लागू करेगी. आप कह सकते हैं कि एनआरसी एक तरह से सिर्फ मुस्लिमों के लिए लागू होगा.”
हर्ष मांदर ने कहा की, “एक बार राजनीति और कानून को एक तरफ रख भी दें तो सिर्फ दया की कमी के चलते आप लाखों गरीब लोगों के साथ क्या करने जा रहे हैं. कोई सरकार कैसे किसी आपदा का निर्माण कर सकती है, जिसका कोई अंत दिखाई नहीं दे रहा है.”

आपको बता दें की अमित शाह पहले ही लोकसभा में ब्यान दे चुके हैं की, अगर कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश के टुकड़े न किये होते तो आज हमें धर्म के आधार पर यह बिल न लाना पड़ता. धर्म के आधार पर भारत से अलग हुए देशों में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा हैं, अगर मुसलमानों को अपना देश अब पसंद नहीं आ रहा तो हम क्या करें?
Ye bahut pahle ho jana tha
Jai Ho
Jai Shree Ram 🙏
Iss Umar Chuuuni kategi to dard bahut hoga tereko