
महाराष्ट्र में कल बहुत ही नाटकीय ढंग से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली गयी. शरद पवार के भतीजे अजीत पवार के साथ मिलकर देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री और अजीत पवार उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. देश और राज्य की जनता हैरान थी तो वहीँ कांग्रेस और शिवसेना परेशान.
इसके बाद विधायकों को पाले में रखने की प्रक्रिया शुरू हुई, शिवसेना ने सबसे पहले अपने विधायकों के साथ मिलकर उनका गुस्सा, नाराज़गी जानने की कोशिश की और फिर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी अपने विधायकों की बैठक बुलाई.
इसके इलावा शिवसेना ने एनसीपी के विधायक संजय बंसोड को शिवसेना नेता एकनाथ सिंदे और मिलिंद नारवेकर ने मुंबई एयरपोर्ट के पास बने एक होटल में दबोच लिया. यह सब नेता मुंबई से बाहर जाने की फिराख में थे.
बताया जा रहा है की शिवसेना के कार्यकर्ता जब होटल में छुपे विधायकों को पकड़ने पहुंचे तो वहां एनसीपी का विधायक संजय बंसोड़ भी मजूद था. इसलिए उन्होंने पहले शरद पवार से फ़ोन पर बात की और फिर उसे भी पकड़ कर गाडी में बिठाकर शरद पवार के पास भेजा गया.

बताया गया है की शुक्रवार को शरद पवार की बैठक में 50 विधायक मजूद थे और इस वक़्त 5 विधायक गायब हैं जबकि एक विधायक को शिवसेना ने ढूंढ निकाला है. अब सबसे बड़ी बात तो यह है की जैसे की अजीत पवार ने कहा 35-40 विधायक बीजेपी के संपर्क में है अगर पार्टी बचानी है तो उनके साथ आ जाओ नहीं पार्टी खत्म हो जाएगी. ऐसे में यह देखना बहुत ही मजेदार होगा की क्या इस बार फिरसे कर्णाटक की राजनीती दोहराई जाएगी या फिर पहले ही उलटफेर देखने को मिल सकता है.