
कहते है अगर आपका किसी काम को करने का शौंक न हो और खानदानी बिज़नेस होने के चलते आपको उसे संभालना पड़े तो जग हसाई होना और बिज़नेस का डूब जाना दोनों ही तय हो जाता हैं. यही हाल हमारे देश की सबसे पुरानी पार्टी का भी हैं.
कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है इसमें कोई शक नहीं, इस पार्टी में बहुत सारे ऐसे नेता हैं जिनका कद राजनीती में बहुत ऊँचा हैं, फिर भी पारिवारिक पार्टी होने के चलते सबसे आगे कभी राहुल तो कभी प्रियंका को कर दिया जाता हैं.
नतीजा लोग प्रियंका और राहुल दोनों को ही गंभीरता से नहीं लेते और इसकी वजह भी कोई और नहीं बल्कि खुद ही हैं. आपको बता दें की प्रियंका गाँधी ने एक बार फिर से साबित कर दिया है की वह वह एक राजनेता नहीं बल्कि एक कमेडियन बनना चाहती थी.
कुछ दिनों से देश भर में मौसम की मार किसानो को पड़ रही हैं, ओला और बारिश के चलते किसानों की फास्ट भारी मात्रा में खराब हुई हैं. उसके लिए सरकार किसानों को मुआवजा भी दे रही हैं और जिन किसानों ने फसल बिमा कराया था, उन्हें बीमे की रकम दी जा रही हैं.
अब क्योंकि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार है तो वहाँ पर अगर मुद्दा न मिले तो क्या किया जाये? इसको लेकर प्रियंका गाँधी ने कुछ ऐसा कर दिया की बीजेपी के गौरव तिवारी से रहा नहीं किया और उन्होंने तंज़ कस्ते हुए लिखा, “लो बोलो प्रियंका वाड्रा अब पकिस्तान के किसानों को मुआवजा देने की मांग योगी जी से कर रही है.”
लो बोलो प्रियंका वाड्रा अब पकिस्तान के किसानों को मुआवजा देने की मांग योगी जी से कर रही है…. pic.twitter.com/tvT7YU8boW
— Gaurav Tiwari (@gauravtiwarirau) March 7, 2020
दरअसल प्रियंका गाँधी ने पाकिस्तान एक किसान की तस्वीर को ट्विटर पर डालते हुए लिखा था की, “इन किसानों का दर्द सुनिए. ओलावृष्टि और भारी बारिश के चलते उत्तर प्रदेश की तमाम जगहों पर किसानों की फसल बर्बाद हो गई. कई किसानों की तो 80% तक फसल बर्बाद हो गई है. यूपी की भाजपा सरकार को कोरे दावे करने की बजाय नुक़सान का पूरा आंकलन करके किसानों को उचित मुआवजा देना चाहिए.”
हालाँकि जब प्रियंका गाँधी वाड्रा को इस बात का एहसास हुआ उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया और फिर दुबारा वही ट्वीट एक वीडियो के साथ किया.
— dab (@dab57573028) March 7, 2020
सोनिया के दोनो प्रोडक्ट बेकाबिल निकल गए।
— Abhay Singh (@Abhay91827) March 7, 2020
पाकिस्तानी है इसलिए पाकिस्तान के किसानों के हक की आवाज तो उठाएगी…..
— Dharmendra Prasad (@dharmen16982187) March 7, 2020
दिल तो वहीं है इनका सिर्फ खुद यहां है
— ABHISHEK PANDEY🎤 (@ZeroAbhishek) March 7, 2020
😂😂 एक पप्पू कम था क्या जो ये पपुड़ी भी आ गयी, साला घुमा फिरा के काम करने वाली सरकार को जुठ से आरोप लगाने लगते हैं और राजस्थान के किसान रो रहे हैं किन मूर्खो के चक्कर मे आ गए थे जो कांग्रेस की सरकार बनवा दी
— आसकरण ओझा बीकानेर (@AshuOjhaBikaner) March 7, 2020