
नागरिकता संशोधन कानून एक ऐसा कानून जिसको मुस्लिम समाज के लोगों ने पढ़ना भी जरूरी नहीं समझा, बस क्योंकि यह बिल मोदी सरकार लेकर आयी हैं तो मुसलमानों के खिलाफ ही होगा वाली सोच के साथ सड़कों पर विरोध करने के लिए उतर गए.
जो सीना ठोक कर कहते थे, हम वन्दे मातरम नहीं गाएंगे आज वही लोग सड़को पर तिरंगा लेकर वन्दे मातरम गए रहें हैं. नागरिकता संशोधन को लेकर सबसे ज्यादा बुरा काम विपक्षी पार्टियों ने अपनी राजनीती चमकाने के लिए किया.
जमकर इस बिल के खिलाफ अफवाह उड़ाई गयी और अनपढ़ मुस्लिम समाज को पैसे और धर्म के नाम पर सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर किया. खैर ऐसे में एक वाकया शाहीन बाग़ से भी जुड़ा हैं, जहाँ एक स्टिंग के जरिये पता चला की शाहन बाग़ में मुस्लिम औरतें मात्र 500 रूपए में अपना ईमान बेच रही हैं.
लेकिन बोलने की आज़ादी वाली गैंग शाहीन बाग़ में बहुत ही लिमिटेड पत्रकारों और यू-ट्यूबर्स को घुसने और सवाल-जवाब करने का मौका दे रही हैं. अगर कोई राष्ट्रवादी यू-ट्यूबर और पत्रकार शाहीन बाग़ में रिपोर्टिंग करने जाता हैं तो उसके साथ मुस्लिम समाज के लोग क्या करते हैं, आप निचे देख सकते हैं.
Deepak Bhai I condemn this attack on you. My belief that all those sitting on #ShaheenBagh are no less than terrorists. I call them #Whitecollaredterroists who are paid to break India.
Where’s the #EditorsGuiltofIndia . ? https://t.co/M42rqIqe90— Ashoke Pandit (@ashokepandit) January 24, 2020
जैसा की अपने वीडियो में देखा होगा आखिर कैसे यह लोग एक जाने-माने पत्रकार के साथ व्यवहार कर रहें हैं. ऐसे में आप सोच कर देखिये की अगर कोई आम इंसान इस भीड़ में कैमरा लेकर चला जाये तो उसके साथ क्या होगा? अगर वो मुस्लिम औरते सच में CAA का ही विरोध कर रही हैं और उन्हें बिल के बारे में सारी जानकारी हैं तो पत्रकारों को उनसे सवाल पूछने पर रोका क्यों जा रहा हैं?