डॉक्टर प्रियंका रेड्डी के साथ मदद के नाम पर गैंगरेप, हत्या और जला देने वाली घटना ने पुरे देश का दिल दहला दिया. यह घटना तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद की है, जहां के संसद असदुद्दीन ओवैसी हैं.
शादनगर बार असोसिएशन ने शनिवार को मीडिया के सामने कहा की हम में से कोई भी वकील इन आरोपियों का केस नहीं लड़ेगा. लेकिन एक बार रुकिए ऐसा ही कुछ निर्भया कांड के बाद भी कहा गया था फिर आरोपियों को वकील भी मिला था और एक आरोपी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने इनाम के तौर पर सिलाई मशीन और 10000 रूपए भी दिए थे.
जहां एक तरफ तेलंगाना के राज्यपाल डॉ. तमिलिसई सुंदरराजन ने पीड़िता के परिवार वालों से मुलाकात करके न्याय का आश्वाशन दिया. वहीं तेलंगाना के गृह मंत्री महमूद अली ने इस मामले का पूरा दोष लड़की को देते हुए कहा की यह सब गलती उस लड़की थी.
पुलिस ने मीडिया में मामला उछलने के बाद कार्यवाही को तेज़ी से अंजाम दिया और मोहम्मद आरिफ, नवीन, चिंताकुंता केशावुलु और शिवा को गिरफ्तार कर लिया गया. जिसमे से मोहम्मद आरिफ नाम का व्यक्ति ही मुख्य आरोपी है, जिसने सबसे पहले अपने साथियों के साथ मदद करने और बाद में बलात्कार करने और फिर मार कर जलाने का प्लान बनाया.
वहीं पीड़िता के घर वालों का कहना है की पुलिस 24 घंटे बाद रिपोर्ट लिखवाना कह कर टालती रही, अगर पुलिस ने तुरंत हमारी बात मानी होती तो वह जिन्दा बच सकती थी. बाद में जब मीडिया का रवैया मीडिया के सामने आया तो उसी वक़्त पुलिस ने 16 टीम का गठन करने कुछ घंटों में ही लड़की की लाश और आरोपियों को ढून्ढ निकाला.