
भारतीय जनता पार्टी का आरोप है की देश में जब भी कोई वित्तीय संकट उत्पन होता हैं, उसका कनेक्शन अंत में गाँधी परिवार के सदस्यों से ही जाकर मिलता हैं. इसके पीछे की वजह यह है की राणा कपूर की गिरफ्तारी के बाद जो जानकारी सामने आ रही उससे लगभग सभी लोग हैरान हैं.
प्रियंका गाँधी न तो कोई पेंटर हैं और न ही उनमे इतनी कला हैं, फिर भी अपनी कला के नाम पर कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी पेंटिंग्स राणा कपूर को 2 करोड़ रुपये में बेच दी थी. ED के छापे के बाद गिरफ्तार हुए राणा कपूर की तस्वीरें भी पी. चिंदम्बरम के साथ वायरल हो रही हैं.
वैसे तो आप सब जानते हैं, UPA 2 का कार्यकाल दुनिया का सबसे भ्रस्ट कार्यकाल हैं. लेकिन जो पर्दे के पीछे बड़े घरानों को बिना किसी चीज़ को गिडवी रखे लोन बांटे गए उससे यह साफ़ है की कांग्रेस के नेता भारत को दिवालिया घोषित करवाने की सोच रहे थे.
अगर ताज़ा उदाहरण देखना हैं इस तरह से दिवालिया हुए किसी देश का तो दूर नहीं जाए, अपने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का देख सकते हैं. पहली बार सच बोलते हुए कांग्रेस ने इस 2 करोड़ की पेंटिंग के सौदे की बात को स्वीकार कर लिया हैं साथ ही पार्टी नेता राशिद अल्वी ने कहा की, “इससे क्या होगा. अगर प्रियंका गांधी ने कोई चीज बेची है और किसी ने खरीदी है, खरीदार को देखा नहीं जाता. जो पैसे देता है वह खरीद लेता है. अगर मोदी जी चाहते तो मोदी जी खरीद लेते. तो क्या आप यह आरोप लगाते कि सारी सरकार प्रियंका गांधी जी चला रही हैं, मोदी जी के जरिए, चूंकि उन्होंने पेटिंग खरीदी है.”
#Breaking | @INCIndia reacts on the Rana Kapoor- @priyankagandhi Vadra link.
'How can a purchase deed become a link?,' asks Congress.
Details by Samia. Listen in. | #YesBankCollapse pic.twitter.com/Q1hsQetHWl
— TIMES NOW (@TimesNow) March 8, 2020
भारतीय जनता पार्टी के सोशल मीडिया हेड अमित मालवीय ने कहा है की, “भारत में हर वित्तीय अपराध गांधीज से जुड़ा होता है. माल्या सोनिया गांधी के फ्लाइट टिकट अपग्रेड करता था. MMS (मनमोहन सिंह) और PC (पी चिदंबरम) तक पहुंच थी, अब भगोड़ा है. राहुल ने नीरव मोदी के जूलरी कलेक्शन का उद्घाटन किया, उसने डिफॉल्ट किया. राणा ने प्रियंका गांधी की पेंटिंग्स खरीदी.”