
स्त्री को महान और वीमेन एम्पावरमेंट की बात करने वाले महान बुद्धिजीवियों की मानसिकता का आप इसी से अंदाज़ा लगा सकते हैं की, अगर उन्हें कोई शेर कह दे तो वह फूले नहीं समाते, वही उन्हें कोई स्त्री कह दे तो उन्हें बुरा लग जाता हैं.
ऐसे में जब आप खुद ही एक स्त्री को एक जानवर से निचा समझते हैं तो फिर आप कैसे दुनिया को बताने या समझाने की कोशिश कर सकते है की आप स्त्री का सम्मान करें. ऐसे में रविश कुमार की तस्वीर को जब किसी ट्रोलर ने इस्त्री के रूप में प्रस्तुत किया तो इसपर रविश कुमार भड़क गए.
रविश कुमार ने अपने अंदाज़ में इसे भी राष्ट्रवाद के साथ जोड़ दिया, यहाँ तक की उन्होंने तो इस तस्वीर को भारतीय जनता पार्टी के आई. टी. सेल के साथ जोड़ दिया. रविश कुमार की माने तो बीजेपी आई टी सेल के लोग इतने खाली बैठे होते हैं की वो दिन भर यही सोचते रहते हैं की कब और कैसे रविश कुमार को ट्रोल किया जाए.
सोशल मीडिया इस्तेमाल करने वाला ‘Meme’ शब्द से वाकिफ होगा, ऐसे में यह ‘meme’ बनाने वाला कौन होता हैं, किसी को पता नहीं होता. सोशल मीडिया पर ‘meme’ एक तरह से मजाक मस्ती करने का साधन हैं. ऐसे में आपके ऊपर बने हर meme को आप बीजेपी आई टी सेल के साथ जोड़ देंगे तो जाहिर सी बात हैं. लोग तो यही कहेंगे की आप बीजेपी के आई टी सेल फोबिया से ग्रसित हैं.
कहते हैं अगर आप सोशल मीडिया के ऊपर है तो आप यह निर्णय नहीं कर सकते की लोग आपके बारे में क्या सोचेंगे. यहाँ पर आपके समर्थक और विरोधी दोनों ही मजूद होंगे. ऐसे में अपने विरोधियों को केवल यह कहकर नकार देना की यह आई टी सेल वाला है, कितना सही हैं? अगर आप सिक्के का दूसरा पहलु देखें और आपके विरोधी को जिस बात से नाराज़गी हैं उसको सही कर लेंगे तो आपका विरोधी भी तो आपका समर्थक बनकर उभरेगा.