15 जून को भारत और चीन के बीच हुई झड़प के बाद पूरे देश में चीनी सामानो का बहिष्कार करने की मांग उठ रही है! जिसके चलते लोग सोशल मीडिया पर तरह-तरह के कम्पेन भी चला रहे हैं! इतना ही नहीं बल्कि कोलकाता से हाल ही में खबर आई थी कि जोमैटो कंपनी में काम करने वाले 100 से ज्यादा लोगों ने कंपनी छोड़ने का फैसला किया था! यह फैसला इसलिए लिया गया था क्योंकि इस कंपनी को चलाने के लिए चीनी इन्वेस्टमेंट अपना इन्वेस्ट करते थे!
पूरे देश में जहां एक तरफ चीनी सामान का बहिष्कार करने की मांग उठ रही है तो वहीं अब बिहार सरकार ने भी चीन को झटका देने की सोच ली है! अब ऐसी खबर आ रही है कि पटना में गंगा नदी के ऊपर पुल तैयार हो रहा था और इसका कॉन्ट्रैक्ट चीनी कंपनी के पास था जिसे अब रद्द कर दिया गया है!
सोशल मीडिया पर विजय शंकर तिवारी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है! उन्होंने कहा है कि “लो जी अब बिहार सरकार ने पटना में गंगा नदी पर पुल बनाने वाली चीनी कंपनियों का ठेका रद्द कर दिया है! राजस्थान और महाराष्ट्र में होगा ऐसा कुछ होगा क्या?”
लो जी अब बिहार सरकार ने पटना में गंगा नदी पर पुल बनाने वाली चीनी कंपनियों का ठेका रद्द कर दिया है।राजस्थान और महाराष्ट्र में होगा ऐसा कुछ होगा क्या?
— Vijay Shankar Tiwari (@VijayVst0502) June 29, 2020
जिसके बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की एक लहर सी चल पड़ी है! जिसके चलते हैं बिहार की सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की वाहवाही हो रही है! सोशल मीडिया पर गीता देवी नाम की एक यूजर ने कहा है कि “देश सही दिशा में जा रहा है! सभी को अपने अपने स्वार्थ छोड़कर सिर्फ़ और सिर्फ़ देश हित में कार्य करना चाहिए! इतिहास गवाह है कि देश को सबसे ज़्यादा नुक़सान जयचंदों और मीरज़ाफरों से हुआ है!
देश सही दिशा में जा रहा है ।सभी को अपने अपने स्वार्थ छोड़कर सिर्फ़ और सिर्फ़ देश हित में कार्य करना चाहिए । इतिहास गवाह है कि देश को सबसे ज़्यादा नुक़सान जयचंदों और मीरज़ाफरों से हुआ है ।
— Geeta Devi (@GeetaDe76117751) June 29, 2020