तेजश्वी ने बिहार के शिक्षा को लेके नीतीश कुमार को कहा निक्कमा, लोगों ने जम के की खिंचाई

0
tejashwi-post-on-twitter-nitish-kumar-about-education-in-bihar-1
Pic Credit - Google Images
tejashwi-post-on-twitter-nitish-kumar-about-education-in-bihar-2
Pic Credit – Google Images

जैसा की पूरा देश जानता है बिहार में इंसान या तो आईएएस और आईपीएस बनता है या फिर बिलकुल ही अनपढ़ रह जाता हैं. इस बीच शिक्षा प्राप्त करना बहुत मुश्किल हैं, आरक्षण की वजह से नौकरी प्राप्त करने वाले उत्तर प्रदेश और बिहार में अध्यापकों की संख्या बहुत ज्यादा हैं.

इसका नुक्सान यह है की सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य सीधे तौर पर पूरी तरह से खराब हो जाता हैं. आरक्षण के बावजूद अगर अध्यापक अच्छा पढ़ाता है तो बहुत अच्छी बात है. लेकिन जिन अध्यापकों को खुद कुछ नहीं आता उनके द्वारा बच्चो को जब पढ़ाया जाता है, तो उनका भविष्य खराब होना निश्चित होता हैं.

मान लीजिए एक बच्चा सरकारी स्कूल में पढ़ने के बाद रविवार यानी ‘Sunday’ के स्पेलिंग ‘Sande’ पढता है तो वह सरकारी स्कूल में तो पास हो जायेगा क्योंकि पेपर चेक करने वाले वही अध्यापक होंगे जिन्होंने उसे खुद ‘Sande’ सिखाया था. लेकिन क्या होगा जब वह आगे किसी कॉलेज में या फिर विश्वविद्यालय में पढ़ने के लिए जाएंगे?.

रविवार के इंग्लिश अनुवाद मात्र एक शब्द का उदाहरण हैं, लेकिन ऐसे अध्यापकों को आप न्यूज़ और मीडिया में अक्सर देखते होंगे जहां अध्यापक खुद ही बच्चों को गलत शिक्षा दे रहें हों. इस वजह से बिहार और उत्तर प्रदेश में कॉलेज और विश्वविद्यालय में फेल होने वाले बच्चों की संख्या पुरे देश के मुकाबले सबसे अधिक रहती हैं.

वहीं पहली बार में कॉलेज और विश्वविद्यालय को पास करने वालों की संख्या सबसे कम होती हैं. इसी बात पर तेजश्वी यादव ने नितीश कुमार की सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा की, “क्या आप जानते है नीतीश सरकार के निक्कमेपन के कारण बिहार में ग्रैजुएशन करने में 6-8 वर्ष और पोस्ट ग्रैजुएशन करने में 4-6 वर्ष लगते है? आत्ममुग्ध नीतीश कुमार जी ने विगत 15 वर्ष में मीठा ज़हर देकर बिहार की शिक्षा व्यवस्था का निर्ममता से क़त्ल किया है.”

उसके बाद तो मानों ट्रोलर्स को एक बार फिर से तेजश्वी यादव को घेरने का मुद्दा मिल गया और उन्होंने तेजश्वी यादव पर जमकर टिप्पणियां की, जिनके कुछ नमूने निचे दिए हैं…

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here