उत्तराखंड के अद्वैत ने महज़ अपनी छठी कक्षा में होने के बावजूद एक ऐसी बाइक का निर्माण कर दिया है जो हवा से चलती हैं. अभी माना जा रहा है की आने वाले 4 से 5 सालों में ऑटोमोबिल सेक्टर में बड़ा बदलाव आने वाला हैं, जहां ग्राहक पेट्रोल के इलावा दूसरे विकल्प तलाशेंगे.
फिलहाल यह बदलाव इलेक्ट्रिकल वेहिकल की तरफ ज्यादा हैं, लेकिन क्या हो अगर हवा से चलने वाले वाहन भी मार्किट में उपलब्ध हों? 11 साल के अद्वैत छेत्री ने इसी बाइक के निर्माण के साथ इसको नरेंद्र मोदी को समर्पित किया हैं.
अद्वैत छेत्री ने बताया है की अगर हम इलेक्ट्रिक वाहनों की बात करें तो इलेक्ट्रिसिटी आज भी देश के ज्यादातर हिस्सों में कोयले से बनती हैं. जिस वजह से हम पेट्रोल न जलाकर कोयले का उपयोग करेंगे, अपनी बाइक या कार को चार्ज करने के लिए. इससे भले ही प्रदुषण में बहुत ज्यादा गिरावट आये लेकिन फिर भी प्रदुषण 100 प्रतिशत कम नहीं होगा जब तक हम कोयले से बिजली का उत्पाद बंद नहीं करेंगे.
वही अगर एयर प्रेशर से इंजिन चलाने की बात करें तो यह 100 प्रतिशत प्रदुषण मुक्त होगा. इस बाइक को बनाने का आईडिया के बारे में बताते हुए उसने कहा की, “एक दिन मैं अपने भाई के साथ गुब्बारे फुला रहा था तो एक हवा से भरा गुब्बारा गिर कर दौड़ने लगा तो मैंने सोचा कि जब हवा से गुब्बारा भाग सकता है तो बाइक भी भाग सकती है. बस फिर मैंने ये बात अपने पिता को बताई और इस पर काम करना शुरू कर दिया. डेमो सफल होने के बाद मैंने हवा से चलने वाली बाइक को बना लिया.”
उसने हवा भरने के लिए टायर में भरी जाने वाली तकनीक का ही सहारा लिया हैं. इसके साथ ही बाइक की दोनों तरफ बड़े-बड़े दो सिलेंडर लगे हैं. अद्वैत ओ टू नाम की इस बाइक से न तो हवा प्रदुषण होता है और न ही ध्वनि प्रदुषण.