
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पहले चरण में अपना परचम लहरा दिया हैं. 1 दिसंबर में डाले गए वोटों के बाद 2 दिसंबर को इसकी गिनती हुई, समस्तीपुर सहित विश्वविद्यालय के 38 कॉलेजों में से अधिकांश कॉलेजों में ABVP ने बंपर जीत हासिल की.
वामपंथियों का गढ़ माने जाने वाले बलराम भगत कॉलेज में भी ABVP के सदस्यों ने अपनी जीत का परचम लहरा दिया. समस्तीपुर कॉलेज में पिछले साल के मुकाबले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को दो सीटों पर हार का सामना करना पड़ा.
पिछले साल के मुकाबले में यहां पर उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव का पद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को गंवाना पड़ा है. महिला कॉलेज समस्तीपुर की बात करें तो लगातार तीसरी बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पूरा पैनल जीतने में कामयाब रही हैं.
राम निरीक्षण सिंह आत्मा राम महाविद्यालय समस्तीपुर में भी 3 सीटों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जीत हासिल की और एक सीट पर राजद अपनी साख बचाने में कामयाब रही. पहले केवल शहरी कॉलेज और विश्वविद्यालयों में ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की जीत देखने को मिलती थी.

अब ऐसा नहीं है, अब दूर दराज़ के गाँवों में भी बने कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपनी जीत का परचम लहराता नज़र आ रहा हैं. इसका सबसे ज्यादा नुक्सान राजद और आइसा के छात्रों को हो रहा हैं.
रोसड़ा के यू आर कॉलेज में पिछले दो बार से राजद पार्टी के विद्यार्थियों का कब्ज़ा था, लेकिन इस बार उन्हें यहाँ भी मात्र एक सीट से ही संतुष्ट होना पड़ा और बाकी की 11 सीट्स पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जीत हासिल करने में कामयाब रही.