बलात्कारियों के एनकाउंटर पर आंसू बहा रहे हैं, RJD के यह नेता

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हैदराबाद के आरोपियों के शरीर से अभी खून भी रिसना बंद नहीं हुआ की, राजनीती करने वाले नेताओं को पेट में दर्द होना शुरू हो गया हैं. इन नेताओं में सबसे पहला नाम लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के नेता रघुवंश प्रसाद का सामने आया हैं.

आरजेडी के इस नेता को ख़ुशी नहीं बल्कि दुःख हो रहा हैं की उन चारों बलात्कारियों का एनकाउंटर हो गया हैं. शायद यह दुःख बलात्कारियों के लिए नहीं हैं, बल्कि बिहार में आने वाले चुनावों में मुस्लिम वोटों पर राजनीती करने के लिए हो रहा हैं.

आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद ने हैदराबाद पुलिस पर सवाल खड़े करते हुए, कहा है की इस बात की जांच हो आखिर एनकाउंटर हुआ कैसे. आरजेडी नेता ने प्रियंका रेड्डी केस में मानों पुलिस को ही दोषी करार दिया हैं.

फिलहाल आपको बता दें की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं. इसलिए रिपोर्ट तो पुलिस को सौंपनी ही होगी की आखिर कैसे उन्होंने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया. लेकिन नारी सम्मान और महिलाओं की सुरक्षा पर रोने वाले कुछ राजनेता आज बलात्कारियों के लिए अपने आंसू बहा रहें हैं.

हम सब जानते हैं की, पुलिस रिमांड पर अगर किसी आरोपी की मौत हो जाती है तो पुलिस को उसकी रिपोर्ट सौंपनी पड़ती हैं. लेकिन जिस तरह से आरजेडी नेता बलात्कारियों के समर्थन में उतर आये हैं. यह सच में बहुत ही ज्यादा निंदनीय हैं.

हिंदुस्तान के देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य हैं की यहाँ अगर आप किसी बलात्कारी, आतंकवादी या भर्ष्टाचारी को जेल में डालते हैं, या फिर उन्हें उस अपराध की सज़ा मिलती है तो उस अपराधी के लिए पहले ही नेता राजनीती की स्क्रिप्ट त्यार कर चुके होते हैं.

अगर अपराधी हिन्दू हुआ तो कोर्ट से सज़ा सुनाए जाने से पहले ही उसको अपराधी सिद्ध कर दिया जाता हैं और अगर मुस्लिम हुआ तो कोर्ट द्वारा सज़ा सुनाए जाने के बाद भी उसे राजनितिक साजिश का हिस्सा बता दिया जाता हैं.

ऐसे में इन नेताओं के समर्थकों से बस एक बात कहना चाहेंगे, अगली बार जब वोट मांगने आपके पास आए तो बस एक सवाल पूछिएगा भगवान न करें लेकिन उस दिन अगर प्रियंका रेड्डी की जगह आपकी अपनी बहन/बेटी होती तो भी आप हैदराबाद के बलात्कारियों के ऐसे आंसू बहाते?

1 COMMENT

  1. First of all, this article is totally biased and just trying to create a difference in the society on the basis of religion. Further article writer has a lack of constitutional knowledge. Crime is a crime, no society can support the criminal beyond their religious, caste and region identity.
    The Hyderabad heinous incident against a girl. These kinds of the immemorable/horrible incident left a black mark on society. Everybody wanted strict law for the rapist that will minimum hang till death. Furthermore, it should be done by a fast track court within a month’s time. However, encouraging such encounter is against the constitution because the court has the power to decide the punishment rather than a particular person or department

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