
आज सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया में सबसे ज्यादा चर्चा हैदराबाद की पुलिस की रही. हैदराबाद में महिला वेटनरी डॉक्टर का बलात्कार और हत्या करने वाले चारो आरोपियों का आज सुबह एनकाउंटर कर दिया गया हैं.
बताया जा रहा है की, सीन को रिक्रिएट करने के लिए हैदराबाद की पुलिस ने आज सुबह 5 बजे सभी आरोपियों को उसी स्थान पर लेकर गए जहां पर घटना को अंजाम दिया गया था. लेकिन अँधेरे का फायदा उठाने के चक्कर में सभी आरोपियों ने कुछ पुलिस वालों से हथ्यार छीनकर फायरिंग शुरू कर दी.
इस फायरिंग में दो पुलिस वाले घायल हो गए, बस फिर क्या था. हैदराबाद की पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए काउंटर फायरिंग शुरू कर दी जिसके बाद सभी आरोपी कुत्ते की मौत मारे गए. लेकिन ऐसा नहीं है की इस मौत से सब खुश हैं.
इस मौत से आज उन नेताओं को बहुत ज्यादा दुःख हुआ है, जो लगातार मोदी सरकार पर इस बलात्कार पर सवाल उठा रहे थे. अब वह इस एनकाउंटर को फ़र्ज़ी बता रहें हैं, इतना ही नहीं अब इन अपराधियों के मानवधिकार की भी बातें हो रही हैं.
ध्यान रखें यह वही नेता है जो कल तक कड़ी से कड़ी सज़ा देने के बारे में मीडिया के सामने ब्यान दे रहे थे. अब यही नेता अपने वोटबैंक के लिए इन अपराधियों के लिए आंसू बहा रहें हैं. इन नेताओं में सबसे बड़ा नाम हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी हैं.

असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया को ब्यान देते हुए कहा है की, “मैं इस एनकाउंटर के खिलाफ हूं. यहां तक कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी इस एनकाउंटर का संज्ञान लिया है.” लेकिन असदुद्दीन ओवैसी के समर्थकों से बस एक बात कहना चाहेंगे. अगर खुदा न करें उस रात प्रियंका रेड्डी की जगह ओवैसी की अपनी बेटी होती फिर भी वो यही बात करता? यह सवाल जरूर पूछिएगा जब अगली बार वोट मांगने आए तो.