
महाराष्ट्र की सत्ता में शनिवार 23 तारिख को सबसे बड़ा उलटफेर देखने को मिला है, कल तक एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन का दावा करने वाली शिवसेना के बदले बीजेपी और एनसीपी का गठबंधन हो गया.
उसके ठीक कुछ देर बाद रिपब्लिक टीवी पर अर्नब गोस्वामी ने मोर्चा संभाला. अर्नब ने आते ही प्रशांत किशोर, संजय राउत और सामना के एडिटोरिअल पर सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कल तक सब अपने आप को चाणक्य की उपाधि दे रहे थे आज एक ट्वीट भी नहीं आया उनका.
अर्नब गोस्वामी ने जानकारी दी है की, “सुबह 5 बजकर 50 मिनट पर महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटा लिया गया था. दूरदर्शन की टीम पहुंची. आठ-नौ लोग पहुंचे और जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया तो उद्धव ठाकरे सोकर भी नहीं जगे होंगे. उनके मुंह से निवाला छीन लिया गया. दो पार्टियां हैं जिनको इसका पता ही नहीं था. एक तो कांग्रेस और दूसरा वो ‘तक वाले’ बुरा मत मानिए तक वालों और प्रियंका वाड्रा को ये पता तक नहीं था.”
इसके बाद अर्नब गोस्वामी ने फिर अपने अंदाज़ में कहा की, “असल में सरकार बनाने की प्लानिंग नरेंद्र मोदी और शरद पवार की मीटिंग में ही हो गई थी. पवार पीएम के पास चाय-कॉफी पीने नहीं गए थे. इस बीच एनसीपी से कांग्रेस में गए नेता तारिक अनवर की बाइट आई.”
तारिक अनवर की उस बाइट के ऊपर भी जवाब देते हुए अर्नब ने कहा की, “तारिक अनवर को कुछ पता नहीं है, मतलब शरद पवार ने उनको कुछ नहीं बताया, सब कुछ अपने आप किया”. अर्नब गोस्वामी की इस बात को काटते हुए उनके ही एक रिपोर्टर ने कहा की, “अर्नब ये तो पूर्व एनसीपी हैं, छगन भुजबल तो कल पवार के साथ ही बैठे थे.”

अपने रिपोर्टर की बात का जवाब देते हुए अर्नब ने कहा की, “ये वाड्रा-गांधी की सरकार नहीं है जो वीकेंड पर काम नहीं करती, ये मोदी सरकार है जो चौबीसों घंटे काम करती है. कांग्रेस नेता जब आंख मलते हुए जगे तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ. वे इसे फेक न्यूज मानने लगे, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने तो अपना काम कर दिया था.”
फिलहाल अभी तक शिवसेना और कांग्रेस के आधे नेताओं की नींद तो फ़ोन कॉल्स के जरिये खुली होगी और यह फ़ोन कॉल सरकार बनाने के लिए बल्कि बनी बनाई सरकार गिर गयी की होंगी. अब देखना यह होगा की क्या एनसीपी एनडीए में शिवसेना की जगह ले पाती है या नहीं.