
डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन के कुछ छात्र CAA को बिना पढ़े और अपनी पढ़ाई को छोड़कर राजनीती चमकाने के लिए सड़कों पर उतरे हुए थे. ऐसे में एक वीडियो वायरल हो रहा हैं, जहां एक लड़की CAA के प्रदर्शन के दौरान सड़क पर बैठकर गांजा से सिगरेट रोल करती हुए नज़र आ रही हैं.
डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन जवाहरलाल नेहरू विश्विद्यालय का एक विद्यार्थयों का समूह हैं जिसे इस वक़्त आयशा घोष लीड कर रहीं हैं. वीडियो के बहार आते ही लोगों ने चुटकी लेना शुरू की और इसपर एक ट्वीटर यूजर लिखते हैं की, “एक धर्मनिरपेक्ष, गणतंत्र और एक लोकतांत्रिक भारत के विचार को जीवित रखने के लिए लड़ने वाले छात्र. लड़ेंगे और जीतेंगे, क्योंकि ‘गांजा हमारी ऊर्जा के पीछे का रहस्य है’.”
यह इतना मजेदार था की बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना के कार्यकर्त्ता जो की कांग्रेस के साथ गठबंधन से नाराज़ होकर उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री बनते ही शिवसेना छोड़ देने वाले रमेश सोलंकी ने भी इसे रीट्वीट किया और कहा की, “इनको आज़ादी चाहिए”.
Inko azadi chahiye 🤦♂️ https://t.co/e7NoXam7DY
— Ramesh Solanki (@Rajput_Ramesh) January 9, 2020
फिलहाल बॉलीवुड, मीडिया और राजनितिक दलों की और से अभी इस वीडियो पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी हैं, लेकिन आ भी जाये तो खाने-पीने की आज़ादी कहकर वो इसे भी टालना पसंद करेंगे. दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, CAA का बिल लोकसभा और राज्यसभा में पास होकर जब से कानून बना हैं तब से ही राजनितिक दल स्टूडेंट्स को आगे करके अपनी राजनितिक रोटियां सेंक रहें हैं.
हालाँकि जब मीडिया इन बच्चों से CAA के बारे में कुछ जानकारी लेना पूछना चाहती है तो एक ही जवाब आता है यह मुसलमानों को निकाल देंगे. जबकि देश के गृह मंत्री और प्रधानमंत्री दोनों बार-बार कह रहें हैं की यह बिल किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं बल्कि देने के लिए हैं.
लेकिन विपक्षी पार्टियों की मांग है की वह इस बिल में मुस्लिम शब्द को भी जोड़ दें, जिसका मतलब होगा की बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के किसी भी नागरिक को भारत में नागरिकता देनी, अगर ऐसा है तो धर्म के आधार पर कांग्रेस को देश का बंटवारा करने की जरुरत ही क्या थी?