
आपको शायद पता न हो लेकिन माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स एक बार फिर से दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन चुके है. शुक्रवार को उनकी कुल संपत्ति 110 बिलियन अमेरिकन डॉलर हो गयी थी. जिसके साथ ही उन्होंने अमेज़न के संस्थापक जेफ्फ बुज़ोफ़ को पीछे छोड़ते हुए नंबर एक का मुकाम हासिल कर लिया.
बिल गेट्स इन दिनों भारत के दौरे पर हैं और भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर उन्होंने जो भविष्यवाणी की है, वो शायद कुछ पत्रकारों और अर्थशास्त्रियों को पसंद ना आये. आपको शायद पता होगा की बिल गेट्स ‘बिल ऐंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन’ भी चलाते है.
यह संस्था विभिन्न देशों में सरकार के साथ काम करते हुए गरीबी दूर करने और सामाजिक विकास कार्यक्रमों को चलाते है और इसी सिलसिले में वह भारत आये हुए हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा की, “हर किसी को उम्मीद है भारत तेजी से वृद्धि करेगा क्योंकि भारत में इसके लिए पूरी संभावनाएं मौजूद हैं.”
उन्होंने आगे कहा की, “आधार पहचान प्रणाली और जिस तरह से लोगों के बीच यूपीआई भुगतान प्रणाली को अपनाया जा रहा है, वह अपने आप में काबिले तारीफ है. इस काम से कुछ अच्छे अनुभव भी मिले हैं. हमें नंदन नीलेकणि जैसे लोगों के साथ साझेदारी करने के बारे में सोचना चाहिए. दूसरे देश भारत से सीख सकते हैं कि कैसे डिजिटल पहचान या वित्तीय सेवा प्रणालियों को लागू किया जा सकता है.”

अगर उनकी बातों को मोटा-मोटा और आसान भाषा में समझे तो उनके कहने का मतलब है की, सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था में बदलाव लाने के लिए जो भी कदम उठाये है उससे स्लो डाउन आना संभाविक है, लेकिन अगर बात कुछ दशकों की करे तो यह भारत बहुत तेज़ी से विकास करता हुआ देश आपको दिखेगा.