
सबसे पहले हम इतिहास की बात करते हैं, बताया जाता है की महाभारत काल में पूर्व आगरा को अग्रवन या अग्रबाण कहा जाता था. इसके साथ ही इसका नाम ऋषि अंगिरा से पड़ा था. ऋषि अंगिरा ईसा से 1000 पूर्व हुए थे. बताया जाता है की तौलमी नाम के शासक ने अग्रवन या अग्रबाण को सबसे पहले आगरा नाम दिया था, उसके बाद से ही इस शहर का नाम आगरा पड़ गया.
अब सूत्रों के हवाले से खबर मिली है की आगरा का नाम बदलने के लिए योगी सरकार कई इतिहासकारों से सलाह विमर्श कर रही है. आगरा में आंबेडकर विश्वविद्यालय को आगरा नाम के पीछे के इतिहास को खंगालने का निर्देश दिया गया है.
आंबेडकर विश्विद्यालय के इतिहास के विभाग से जुड़े सूत्रों ने मीडिया को बताया है की आगरा के नाम अग्रवन करने की पूरी तयारी योगी सरकार द्वारा की जा चुकी है. अब बस इतिहास के कुछ पहलुवों की कड़ियों को आपस में जोड़ने की देर हैं.
विश्वविद्यालय से जुड़े एक बड़े अधिकारी ने बताया है की राज्य की सरकार द्वारा उन्हें एक पत्र मिला है जिसमे आगरा के नाम से जुड़े प्राचीन इतिहास को खंगालने की बात कही गयी है. हम राज्य सरकार से मिले इस पत्र के अनुसार ही आगरा के इतिहास से जुड़े हर पहलु पर नज़र मार रहें है.

योगी सरकार इससे पहले भी कई शहरों के नाम बदल चुकी है जैसे, फैज़ाबाद का अयोध्या, बनारस का वाराणसी, इलाहाबाद का प्रयागराज़ आदि. योगी सरकार अकर्मणकारियों से जुड़े हर इतिहास को हमेशा के लिए हटाना चाहती है, लेकिन देखना यह होगा जब दुबारा कोई सरकार बनेगी वो इन नामों में बदलाव करेगी या नहीं.
Agrvan sahi hai