
अयोध्या पर फैसला आ चूका है कई राजनेता अपनी अलग-अलग राय दे रहें है. इसी कड़ी में राम जी अस्तित्व पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस ने भी अपना ब्यान जारी किया है. इस ब्यान के बाद लोगों ने कांग्रेस और सुजरेवाला दोनों को घेरने की कोशिश की है.
Randeep Surjewala, Congress on #AyodhyaVerdict: Supreme Court's verdict has come, we are in favour of the construction of Ram Temple. This judgement not only opened the doors for the temple's construction but also closed the doors for BJP and others to politicise the issue. pic.twitter.com/N1qr6FD1We
— ANI (@ANI) November 9, 2019
सुजरेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा है की, “सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है, हम राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में हैं. इस फैसले ने न केवल मंदिर के निर्माण के लिए दरवाजे खोले बल्कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा और अन्य लोगों के लिए दरवाजे भी बंद कर दिए.”
Dear @rssurjewala Ji,Your UPA Govt under leadership of Mrs Sonia filed a affidavit at SC in 2007 saying -Ram is Myth श्री राम काल्पनिक हैं।
वो पूरे राष्ट्र की सनातन सभ्यता,संस्कृति और इतिहास को मिटाने की कोशिश थी !
You can call Mrs Gandhi to refresh your memory🙏#AYODHYAVERDICT https://t.co/RzgGUB1cqU— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) November 9, 2019
इस ब्यान के बाद ही लोगों ने कहा की आप इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को बिना बीजेपी का नाम लिए भी कह सकते है. इसी पर मेजर पुनिया ने भी ट्वीट करते हुए कहा की, “प्रिय, सुजरेवाला. श्रीमती सोनिया के नेतृत्व में जी, यूपीए सरकार ने 2007 में SC में एक हलफनामा दायर किया था. जिसमे कहा गया था की श्री राम काल्पनिक हैं, वो पूरे राष्ट्र की सनातन सभ्यता,संस्कृति और इतिहास को मिटाने की कोशिश थी. आप अपनी याद को ताज़ा करने के लिए श्रीमती गांधी को बुला सकते हैं.”
आज मंदिर निर्माण को स्वीकार करना कान्गियो की मजबूरी है वर्ना कपिल सिब्बल ने कोई कमी नहीं छोडी थी मंदिर के निर्माण में बाधा खडी करने में
— Mohan lal Bubna (@MohanBubna) November 9, 2019
वहीँ एक ट्वीटर यूजर ने लिखा की, “आज मंदिर निर्माण को स्वीकार करना कान्गियो की मजबूरी है वर्ना कपिल सिब्बल ने कोई कमी नहीं छोडी थी मंदिर के निर्माण में बाधा खडी करने में.” इससे पता चलता है की कांग्रेस के नेता भले ही भूल गए हो उन्होंने राम मंदिर निर्माण में बाधा खड़ी करने के क्या प्रयास किये थे लेकिन लोग नहीं भूले और शायद भूलेंगे भी नहीं.