
एक मामला इस वक़्त उत्तर बिहार के किशनगंज और कटिहार से सामने आ रहा है. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने देश विरोधी पोस्टर चिपकाते हुए दिघलबैंक प्रखण्ड समेत पूरे किशनगंज में माहौल को अशांत कर दिया है.
बताया जा रहा हैं की इसके दो दिन पहले कटिहार में भी ऐसे ही देशद्रोही पोस्टर्स को लगाया गया था. नितीश कुमार की पुलिस इस वक़्त केवल मूकदर्शक बनने का काम कर रही है या फिर वह दंगा भड़कने की सूरत में ही काम करना चाहती है.
अगर जनसँख्या की बात करें तो किशनगंज में हिन्दुवों की सभी जातियों को मिलाकर 25-30 प्रतिशत ही है मुस्लिमों के मुकाबले में, वहीं कटिहार में बताया जाता है की 55 प्रतिशत हिन्दू रहते है और 45 प्रतिशत मुस्लिम.
इसकी जानकारी पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ जी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दी उन्होंने लिखा है की, “उत्तरबिहार के किशनगंज मे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने दिघलबैंक प्रखण्ड समेत पूरे किशनगंज मे देशविरोधी पोस्टर लगाए हैं, दो दिन पूर्व कटिहार मे भी लगाए हैं. लेकिन, पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है. गौरतलब है कि किशनगंज मे हिन्दू आबादी 25-30% से भी कम है और कटिहार मे हिन्दू 55% से कम है.”
उत्तरबिहार के किशनगंज मे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने दिघलबैंक प्रखण्ड समेत पूरे किशनगंज मे देशविरोधी पोस्टर लगाए हैं, दो दिन पूर्व कटिहार मे भी लगाए हैं।
लेकिन, पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।
गौरतलब है कि किशनगंज मे हिन्दू आबादी 25-30% से भी कम है और कटिहार मे हिन्दू 55% से कम है। pic.twitter.com/UGlnM4GDjz
— Pushpendra Kulshrestha (@Nationalist_Om) November 25, 2019
इसपर एक ट्विटर पर ही विनायक जोशी नाम के यूजर लिखते है की, “पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है या स्थानीय प्रशासन या फिर बिहार सरकार मूकदर्शक बनी हुई है.” इसके इलावा एक और यूजर ने आईपीएस/आईएएस वालों पर सवाल उठाते हुए लिखा की, “बात पुलिस का नहीं सरकार का है. आईपीएस सब गद्दार और चापलूस हो गए हैं, बगैर रीढ की हड्डी”
पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है या स्थानीय प्रशासन या फिर बिहार सरकार मूकदर्शक बनी हुई है
— Vinayak Joshi (@VJoshi1953) November 25, 2019
बात पुलिस का नहीं सरकार का है। आईपीएस सब गद्दार और चापलूस हो गए हैं, बगैर रीढ की हड्डी।
— Umesh Kumar Singh (@UmeshKu61426671) November 25, 2019
इस पपुलरफ्रंट को इतने खुलेआम छुट कैसे मिल जाता है??
देश की सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद भी इये खुलेआम न्याय को चेलेंज किया जा रहा है
न्यायालय के फैसले के बाद इस प्रकार दे भडकाऊ कृत्य करने वालो के खिलाफ वेन लगाने की आर्जी डालना चाहिए
— Sarkar (@Sarkar78503361) November 25, 2019
इसमें राज्य सरकार की सहमति समझ में आ रही है
— आचार्य बशिष्ठ (@n0OnzNApKj8KnZo) November 25, 2019
उपाय निम्नलिखित हैं
1.एक देश एक विधान
2.सेकुलर शब्द संविधान से हटाया जाए
3 सख्त कार्रवाई और कानून बने देश विरोधी लोगों पर
4 #जनसंख्या_नियंत्रण_कानून
5 राष्ट्रीय गान अनिवार्य हो
6 हमें अपने सारे मंदिर वापस चाहिए जो मस्जिद के नीचे दबे हुए हैं— JITIN KUMAR BHALLA (@jitin_bhalla) November 25, 2019