अमेरिका के 20 सांसदों ने ट्रम्प के प्रशासन से अफगानिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्याओ के तोर पर अत्या’चारों का सामना कर रहे सिख और हिन्दू समुदायों को आपात शरणार्थी संरक्षण देने का अनुरोध किया है। माइक पॉमपीओ जो की विदेश मंत्री है! द्विदलीय पात्र में सांसदों ने वेदश भाग से अफगान सिख और हिन्दू समुदायों को ”यूएस रिफ्यूजी एडमिशन प्रोग्राम” की तरफ से शरण देने का अनुरोध किया है। उन्होंने बोला कि अफगानिस्तान में तालिबान के जितने भी अत्याचारों को और आईएस खुरासान के हाल के आ तंकवादी कृत्यों की वजह से हिन्दुओ में और सीखो की आबादी में बहुत ज्यादा गिरावट आई है।
सांसदों ने बोला कि, ”इस प्रशासन ने हमेशा धार्मिक आजादी की रक्षा को विदेश नीति की प्राथमिकता बताया है।” उन्होंने ये भी बोला कि, ”अफगानिस्तान में सिख और हिन्दू दोनों समुदायों को जो अपने धर्म के कारण आईएस-के से काफी सारे खतरों का सामना करना पड़ता है। अब धार्मिक आज़ादी की रक्षा करने के लिए हम इन प्रताड़ित धार्मिक के अल्पसंख्यको की रक्षा करने के लिए कोई न कदम जरूर उठाएगी।”
इस पात्र में पोमपीओ से हिन्दू और सिख दोनों के समुदायों के सारे सदस्यों को अच्छा सहयोग दिलाने की भी मांग की है और जो अफगानिस्तान में रहना चाहते है उन्होंने बोला कि अफगानिस्तान में एक टाइम में हिन्दू और सिख दोनों के समुदायों के लोगों की संख्या करीब 2,50,000 थी लेकिन अब दशकों की प्रताड़ना के बाद इनकी संख्या 1,000 हो गई है।