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जैसा की हम सब जानते है कल करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन हो गया है. इस कॉरिडोर को लेकर सिक्ख धर्म के लोगों ने पाकिस्तान और भारत सरकार का दोनों का आभार व्यक्त किया. करतारपुर कॉरिडोर में अगर दोनों सरकारों में से एक भी सरकार इस कॉरिडोर के प्रस्ताव को मंजूर नहीं करती तो यह कभी भी बन नहीं पाता.
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर सियासत भी बहुत ज्यादा गरमाई हुई है, पंजाब की कांग्रेस इस कॉरिडोर का श्रेय नवजोत सिंह सिद्धू को देना चाहती है. जिससे कांग्रेस बाद में चुनावों के वक़्त लोगो को करतारपुर कॉरिडोर की याद दिलवा सके.
वहीं सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी के बेहद करीबी नवजोत सिंह सिद्धू इस करतारपुर कॉरिडोर का श्रेय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को देना चाहते है. इसी कड़ी में पाकिस्तान की तरफ से नवजोत सिंह सिद्धू को ख़ास न्योता मिलता है, नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान की तरफ से करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन करने के लिए पाकिस्तान पहुंचे.
यहां तक तो ठीक था लेकिन उन्होंने वहां जो ब्यान दिया वो काफी शर्मनाक था, नवजोत सिंह सिद्धू कहते है की, “मैं 14 करोड़ सिखों की तरफ से यह कहना चाहता हूँ की इमरान खान एक शहंशाह है, यह द ग्रेट एलेग्जेंडर से भी बड़ा है, जितने बड़े दिल का इसने परिचय दिया है, उसके लिए मैं सिखों की तरफ से नज़राना और शुक्राना लेकर आया हूँ. इसके साथ ही वह कहते है की इमरान खान कोई साधारण व्यक्ति नहीं बल्कि एक बब्बर शेर है.”
नवजोत सिंह सिद्धू आगे कहते है की, “इमरान खान ने अपने दुश्मन पर एक ऐसा एहसान कर दिया है जिसके बाद हिन्दुस्तान कभी पाकिस्तान को आँख नहीं दिखा सकता, क्योंकि दुश्मन कभी नुक्सान से नहीं मरता लेकिन एहसान के चलते कभी उठ भी नहीं सकता.”
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यह सारी बातें नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने शायराना अंदाज़ में कहीं जिसपर लोगों ने इस नवजोत सिंह सिद्धू के इस ब्यान पर अपनी आपत्ति भी जताई. लोगो का कहना था की सिद्धू 14 करोड़ सिखों का नुमाइंदा कब और कैसे बना? इमरान खान ने जो किया है उसको एहसान मान लेना और आंख से आंख न मिला पाना यह कैसा ब्यान है? अब देखना यह होगा की इस पर सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी क्या सफाई पेश करते है, वैसे वो सिद्धू के खिलाफ कुछ बोलेंगे या लिखित माफ़ी देंगे इसकी उम्मीद ना के बराबर है.