
नागरिकता संशोधन बिल को लेकर जामिया यूनिवर्सिटी के छात्र हिंसक प्रदर्शन कर रहे थे, ऐसे में पुलिस ने कार्यवाही करते हुए लाठी चार्ज का आर्डर दे दिया. आपको बता दें की यह जलूस संसद को घेरने के लिए आगे बढ़ रहा था. ऐसे में पुलिस की कार्यवाही के दौरान 50 से ज्यादा छात्रों को हिरासत में लिया गया.
जैसे ही खबर फैली तो आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान मौके पर पहुंचे, सूत्रों की माने तो यह सारा प्लान इनका ही रचा हुआ था. पुलिस का कहना है की छात्रों ने पथराव शुरू कर दिया था, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ते हुए लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया.
पुलिस ने पहले छात्रों की घेराबंदी करते हुए उन्हें रोकने और समझाने की कोशिश की, लेकिन छात्र उग्र हो गए और बेरीगेट्स तोड़ने हुए आगे बढ़ने लगे. पुलिस ने विश्वविद्यालय का गेट बंद कर दिया जिससे प्रदर्शनकारी आगे न जा सके.
लेकिन एक छात्र ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया की, “हम शांतिपूर्ण जुलूस निकाल रहे थे और पुलिस ने हमें जुलूस निकालने से रोका. पहले उन्होंने हमसे पीछे हटने के लिए कहकर लाठियां चलाईं. उसके बाद उन्होंने पत्थर चलाए, जिसके जवाब में छात्रों ने भी पत्थर उठा लिए.”

पुलिस वालों ने अपना बचाव करते हुए ब्यान दिया की, “छात्रों ने जुलूस शुरू किया. हमने बैरिकेड लगाए थे. जिन्हें उन्होंने तोड़ दिया और ऊपर से कूदने की कोशिश की. इसके बाद उन्होंने हमारे ऊपर पत्थर फेंके. जिसके चलते हमें आंसू गैस के गोले छोड़ने को मजबूर होना पड़ा.”
आज पुलिस ने इस कार्यवाही के बाद हालात और ज्यादा न बिगड़े इसलिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने पटेल चौक और जनपथ मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वारों को बंद कर दिया था, हालाँकि एक घंटे बाद ही सब समान्य हो गया और मेट्रो स्टेशन को खोल दिया गया.