
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के कुछ दंगाई छात्रों के पक्ष में लगभग सभी विपक्षी पार्टियां, वामपंथी इतिहासकार और पत्रकार, बॉलीवुड की जानी मानी हस्तियां और मानवाधिकार वाले समर्थन में उतर आए हैं.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के प्रशाषन का कहना हैं की हमने पिछले तीन महीने में लगभग 750 विद्यार्थियों को पकड़ा हैं, जिनके पास नकली आईडी कार्ड मजूद थे. ऐसे में सवाल यह उठता हैं की फिर जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय इसकी जाँच करवाने के लिए पुलिस में शिकायत क्यों नहीं लिखवाई.
वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है की पुलिस सुबह से प्रदर्शनियों को शांत रहने के लिए लाउड स्पीकर भी बोल रही थी, पथरबाज़ विश्वविद्यालय से पथरबाज़ी करते और फिर अंदर चले जाते. ऐसा सुबह से हो रहा था, उसके बाद जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने बसों में आग लगाई तो पुलिस ने फिर रात को कार्यवाही करते हुए विश्वविद्यालय के अंदर जाकर एक-एक विद्यार्थी को डंडों से मारा.
उसके बाद प्रदर्शनकारी ख़ास करके जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्र शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने लगे लेकिन पुलिस की कार्यवाही पर कई राजनेताओं को रोटियां सेंकने का वक़्त मिल गया. जिसके बाद वामपंथी पत्रकार और इतिहासकारों को भी अपनी दूकान चलाने का अच्छा मौका मिला.
इन्हीं दंगाई छात्रों के पक्ष में बॉलीवुड के कई जाने-माने सितारे सड़कों पर उतरे कुछ ने सोशल मीडिया से मोर्चा संभाला. इसी बीच एक नाम आलिया भट्ट का भी जुड़ा, उन्होंने ने भी इन छात्रों के पक्ष में संविधान की एक तस्वीर को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया.
Alia Bhatt googles "Preamble", and uses the first picture that she could find.
She doesn't even know that this is the original Preamble, which doesn't have the words "Secular" and "Socialist", the ideals that they claim to be protecting. 🤣😂 pic.twitter.com/ag9tkshEuC
— Akankasha Kesar (@kesar_akankasha) December 17, 2019
यह पोस्ट था तो जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों के पक्ष में लेकिन संविधान की जो तस्वीर उन्होंने पोस्ट की वो कुछ अलग ही कहानी ब्यान कर रही थी. जिस तस्वीर को आलिया भट्ट ने शेयर किया था वह कानून भारतीय संविधान के प्रस्तावना को 42वें संशोधन के साथ बदला गया था. यह बदलाव खुद इंदिरा गाँधी ने किया था जिसमे संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य और राष्ट्र की एकता जैसे शब्दों को पूरी तरह से बदल कर संप्रभु, समाजवादी धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक गणराज्य और राष्ट्र की एकता और अखंडता जैसे शब्दों को जोड़ दिया था.
इस पर लोगों ने फिर आलिया भट्ट को ट्रोल करना शुरू कर दिया जिसके कुछ नमूने निचे दिए हैं…
Alia bhatt is a foreginer , she cant know the name of Indian PM and President.
Not sure whether she knows her country PM name.
This is what her knowledge.
What she knows abt Indian constitution preamble.— 🇮🇳 SenthilVelan 🇮🇳 (@isvelan) December 17, 2019
I believe she is Sanghi
She is in favour of removing word "Secular" from constitution
— Manvendra Singh (@Manvend03129323) December 17, 2019
Alia also doesn’t know that Kashmir constitution under Article 370 didn’t have the term ‘Secular’ and when it came to a Muslim majority state, @aliaa08 didn’t want it to be secular.
— saket साकेत ಸಾಕೇತ್ 🇮🇳 (@saket71) December 18, 2019
Preamble change during 1975 -77 Emergency rule of Mrs Indira Gandhi was illegal,not passed by parliament as she sent all opposition leaders to jail. The President signed this in midnight under duress.Words Socialist,Secular are Congressparty's ideology imposed on the Constitution
— Praful (@psxyz) December 17, 2019
अरे मैडम नकल करने के लिए भी अकल चाहिए होता है। आलिया भट्ट से कुछ ज्यादा ही उमीद लगा बैठे हो आप…. बच्ची है वो, इतना अकल कहां उसमे….
— Tarzan Majhi (@MajhiTarzan) December 17, 2019